माँ पर कुछ लाइन्स दुनिया के हर लम्हे को मैंने दीदार किया
जब मेरी प्यार माँ ने गोद में उठा कर मुझे प्यार किया।
माँ ही मेरा आसमान है, माँ ही मेरा भगवान है
मै क्यों जाऊ उन्हें छोड़कर, जब वो ही मेरा जहान है।
मंजिल की तरफ बढ़ने में अब कोई डर नहीं लगता है
ये कुछ और नहीं मेरी माँ की दुवाओ का असर लगता है।
किसी भी मुश्किल का कोई हल नहीं निकलेगा
जब तक तू अपनी माँ के पैर छू कर नहीं निकलेगा।
दुनिया के देखे रिश्ते, सब बहरूप होते है
सिर्फ माँ का एक रिश्ता है जो भगवान का रूप होता है।
माँ के लिए कुछ शब्द
माँ के दिल में कभी बद्दुआ नहीं होती
बस एक वही तो है जो कभी खफा नहीं होती।
जब हालात हमारे मजबूर और जुबान पर ना होती है
उस समय हमारे साथ सिर्फ हमारी माँ होती है।
जे थी हमारी Maa shayari आप हमें कमेंट बॉक्स में बताएं कि हमारी यह शायरी आपको कैसी लगी। और यह शायरी अपने दोस्तों और अपनी माँ के साथ जे mother shayri शेयर करना ना भूले। हमारे द्वारा इसी तरह की अनेकों Hindi Shayari पढ़ने के लिए हमारी साइट को सब्सक्राइब जरूर करें।
जो एक माँ अपने अपने संतान को जीवनपर्यन्त सिर्फ देना जानती है, माँ भूखी सो सकती है लेकिन कभी भी अपने पुत्र को भूखे पेट सोना का सपने भी नही देखना चाहती है।
हर रिश्ते को आप से कुछ पाने की आस रहता है माँ पर कुछ लाइन्स क्यों की जे मतलब की दुनिया होती है। लेकिन माँ अपने पुत्र के बीच एक ऐसा रिश्ता होता है।
वो कहते है न माँ शब्द अपने आप में परिपूर्ण है दुनिया में हम चाहे कितने भी रिश्ते क्यू न बना ले, लेकिन माँ के बिना हमारा जीवन अधुरा का अधुरा ही होता है।
ज़िन्दगी में ऊपर वाले से इतना जरूर मांग लेना की, माँ के बिना कोई घर ना हो और कोई माँ बेघर ना हो।
जिस के होने से मैं खुदको मुक्कम्मल मानती हूँ , मेरे रब के बाद मैं बस अपने माँ – बाप को जानती हूँ
माँ बाप स्टेटस

इस दुनिया में जितने रिश्ते , सारे झूठे बेहरूप,, एक माँ का रिश्ता सबसे अच्छा ,माँ है रब का रूप। हालातों के आगे जब साथ ना जुबौं होती है, पहचान लेती है खामोशी में हर दर्द वो सिर्फ ” माँ ” होती है।
हैरान हो जाता हूँ मैं अक़्सर, देखकर खुदाओं के दर पे हुजूम, माँ, तेरी गोद में मुझे, जन्नत का एहसास होता है।
घुटनों से रेंगते-रेंगते जब पैरों पर खड़ा हो गया, माँ तेरी ममता की छाँव में, जाने कब बड़ा हो गया।
माँ से बड़कर कोई नाम क्या होगा इस नाम का हमसे एहतराम क्या होगा जिसके पैरों के नीचे जन्नत है उसके सर का मक़ाम क्या होगा
हर रिसते में मिलावट देखी है , कच्चे रंगो की सजावट देखी है, लेकिन सालों साल देखा है, माँ को
माँ मैं तुझको खोना नहीं चाहती, तुझे देख रोना नहीं चाहती, तुझ से जुड़ गया है दिल मेरा, तुझे छोड़ कुछ पाना नही चाहती।
जिंदगी की पहली Teacher माँ, zindagi की पहली Friend माँ , जिंदगी भी माँ क्योंकि, zindagi देने वाली भी माँ,
किसी भी मुस्किल का अब, किसी को हल नहीं निकलता , शायद अब घर से कोई, माँ के पैर छुकर नहीं निकलता,
माँ के लिए कुछ लाइन

माँ से रिश्ता ऐसा बनाया जाए, जिसको निगहों में बिठाया जाए, रहे उसका मेरा रिश्ता कुछ ऐसे कि, वो अगर उदास हो तो हमसे श्री मुस्कुराया ना जाऐ।
सब कुछ मिल जाता है दुनिया में मगर, याद रखना कि माँ-बाप नहीं मिलते, मुरझा कर जो गिर जाये एक बार डाली से, ये ऐसे फूल हैं जो फिर नहीं खिलते।
कही हो जाये ना घर की मुसीबत लाल को मालूम, छुपा कर तकलीफें तेरा मुस्कुराना याद आता है। जब आये थे तुझे हम छोड़ कर परदेश मेरी माँ, मुझे वो तेरा बहुत आंसू बहाना याद आता है।
वह माँ ही है जिसके रहते, जिंदगी में कोई गम नहीं होता, दुनिया साथ दे या ना दे पर, माँ का प्यार कभी कम नहीं होता।
ठोकर न मार मुझे पत्थर नहीं हूँ मैं, हैरत से न देख मुझे मंज़र नहीं हूँ मैं, तेरी नज़रों में मेरी क़दर कुछ भी नहीं, मेरी माँ से पूछ उसके लिए क्या नहीं हूँ मैं।
माँ शायरी 2 लाइन
रूह के रिश्तों की ये गहराइयाँ तो देखिये, चोट लगती है हमें और तड़पती है माँ, हम खुशियों में माँ को भले ही भूल जायें, जब मुसीबत आती है तो याद आती है माँ।
माँ तेरी याद सताती है मेरे पास आ जाओ, थक गया हूँ मुझे अपने आँचल मे सुलाओ, उंगलियाँ अपनी फेर कर बालो में मेरे, एक बार फिर से बचपन कि लोरियां सुनाओ।
मेरी खातिर तेरा रोटी पकाना याद आता है, अपने हाथो को चूल्हे में जलाना याद आता है। वो डांट-डांट कर खाना खिलाना याद आता है, मेरे वास्ते तेरा पैसा बचाना याद आता है।